जीवन की तस्वीर, जीवन का सार – सोमवार प्रेरणा

जीवन की तस्वीर
पिछले हफ्ते मैंने इस वेबसाइट पर "आज का विचार" अवधारणा पेश की, 
जहां मैंने आपके सामने एक अच्छा विचार प्रस्तुत करने के बारे में सोचा जो 
आपका दिन बना सके। प्रेरणा की हम सभी को जरूरत होती है और यही 
इस वेबसाइट के बारे में है- मोटिवेशन और पॉजिटिविटी यानी प्रेरणा और 
सकारात्मकता। सप्ताह के बाकी दिनों में हमें उसी स्तर की ऊर्जा के साथ 
चलते रहने के लिए प्रत्येक सप्ताह की शुरुआत प्रेरणा से भरी हुई होनी चाहिए।
अब इस मंच पर, मैंने प्रत्येक सोमवार को एक तस्वीर पेश करने के बारे में 
सोचा है, इसलिए इसे "सोमवार प्रेरणा" यानी की 'मंडे मोटिवेशन'(Monday Motivation)
रूप में थीम दिया गया है। मैं हमेशा मंडे मोटिवेशन जैसा कुछ शुरू करना चाहती 
थी लेकिन उलझन में थी कि क्या यह एक विचार या फिर एक कविता या 
एक ब्लॉग होना चाहिए। लेकिन फिर अचानक मेरे दिल में हर सोमवार को 
दिन की तस्वीर पेश करने की ख्वाइश खिल उठी जब मैं पिछले हफ्ते अपनी 
मोबाइल में कुछ तस्वीरें देख रही और फिर कुछ ऐसी प्रेरणाजनक तस्वीरें सामने 
आईं जो जीवन बदल सकती हैं।
हालांकि मैं अपने इंस्टाग्राम पेज पर अपने द्वारा क्लिक की गई तस्वीरें और उनके 
पीछे की कहानियों को साझा करती रहती हूं, यह पहली बार होगा जब मैं उन्हें 
यहां साझा करने जा रही हूं।
मुझे तस्वीरें लेना काफी पसंद है, दृश्यों की यादृच्छिक (random) तस्वीरें जो मेरे 
दिल को गहराई से छूती हैं। एक यात्री होने के नाते (मेरी नैदानिक ​​​​अनुसंधान 
भूमिका के आधार पर), मुझे अलग-अलग स्थान देखने को मिलते हैं, और 
सौभाग्य से मुझे हर जगह से एक अच्छे पल को कैद करने का हर मौका मिला है।
मुझे हमेशा लगता है कि तस्वीरें लाखों शब्द बोलती हैं, यहां तक ​​कि शब्दों से 
भी उनका वर्णन नहीं किया जा सकता है। कभी-कभी मैं दृश्यों की सुंदरता से 
इतना प्रभावित हो जाती हूं कि मुझे तस्वीर के लिए उचित कैप्शन भी नहीं मिलता।
हम मनुष्य यादें बनाना बहुत पसंद करते हैं। अच्छी यादें बनाने के लिए उस पल 
को एक फ्रेम में कैद करने से बेहतर और क्या है? एक अच्छी तस्वीर पल की 
खूबसूरती को हमेशा के लिए कैद कर लेती है। आप सभी ने इस संक्षिप्त लेकिन 
प्रभावी वाक्यांश के बारे में सुना होगा- "इस पल में जियो"; हर बार जब आप 
कुछ पुरानी तस्वीरों देखते हैं तो यह वाक्यांश फिर से जीवंत हो जाता है। 
आप उन यादों को फिर से जीते हैं और यह एक खूबसूरत एहसास है। 
मेरे लिए यह काफी नॉस्टैल्जिक है।
मैं हमेशा प्रकृति से प्रेरित होती हूं इसलिए मैं ऐसी तस्वीरें क्लिक करती रहती 
हूं जो मुझे प्रकृति से जोड़ती हैं, भले ही मैं उस जगह को छोड़कर चली जाऊँ 
लेकिन वो तस्वीरें देख के मैं उन बीते पलों को फिर से जगा सकती हूँ। 
पहली तस्वीर जो इस पहले विषयगत सोमवार का हिस्सा बनने के योग्य है, 
निश्चित रूप से "जीवन की तस्वीर" है। मैं इसे जीवन की तस्वीर कहती हूं 
क्योंकि यह वास्तव में हर तरह से जीवन का प्रतीक है, शायद आप भी इसे 
देखकर और समझेंगे कि मैं यहां क्या बताना चाहती हूं।
क्या यह तस्वीर आपसे लाखों शब्द नहीं बोल रही है?


जीवन की तस्वीर
पुणे शहर में एक धूप वाले दिन पर खींची गयी तस्वीर 

 

 

यह तस्वीर जीवन की बात करती है। यह हरे रंग का पूरा सार रखती है, हैं ना? 
क्या आप इस पेड़ को देख रहे हैं, जो भले ही कुछ हद्द तक अपनी जड़ों से 
बाहर है लेकिन फिर भी हरा है? मैंने कुछ दिन पहले पुणे शहर में यह तस्वीर 
ली थी। जब भी मैं इस तस्वीर को देखती हूं, मुझे यह वाकई दिलचस्प और 
मनोरंजक लगती है। सड़क पर चलते हुए इस पेड़ ने मुझे बहुत आकर्षित 
किया और मैं इसे क्लिक करने से खुद को रोक नहीं पाई। मैंने देखा कि 
पेड़ की कुछ शाखाएँ पेड़ के चारों ओर बिखरी हुई थीं (ऐसा लग रहा था जैसे 
किसी ने उन्हें काट दिया हो या तूफान के कारण गिर गयीं हो।)
इस तस्वीर की सबसे अच्छी बात यह है कि यह पेड़ थोड़ा उखड़ने 
के बाद भी अपनी जड़ों से ज़मीन से जुड़ा हुआ है। देखें कि यह 
किस ताकत का प्रतिनिधित्व करता है और इसमें जीवन का सार 
क्या है। यह शक्ति केवल इसलिए संभव है क्योंकि पेड़ की जड़ें 
मजबूत और व्यापक होती हैं। इसलिए हिंदी में एक आम कहावत 
है- अगर जड़ें मज़बूत हों तो मजबूत हो तो पेड़ का तना खुद ही 
मजबूत हो जाता है। तूफान जो उसकी जड़ों को हिलाने में भले 
ही कामयाब हो गया हो, लेकिन उस पेड़ को गिरा न सका।
क्या यह मुहावरा हम सभी के लिए सही नहीं है? हमारी जड़ें मजबूत 
होनी चाहिए। यह जड़ों में है जो परिभाषित करता है कि हम कितनी 
मजबूत के साथ खड़े होंगे। हम सभी बाधाओं से लड़ने और हर बार 
विजेता बनने में सक्षम होंगे। हमारे लिए, हमारी जड़ हमारी आत्मा है। 
हमें अपनी आत्मा को मजबूत बनाना है। इसलिए यदि हम अपने आंतरिक 
ज्ञान या आत्म-चेतना को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे 
हैं तो हमें जल्द ही आत्मज्ञान की प्राप्ति होगी।
एक और बात जो इस तस्वीर के बारे में आकर्षक है, वह यह है कि नीचे 
की जगह से बहुत सारे छोटे-छोटे जीवन खिल रहे हैं। ये नन्ही-सी जान 
एक दिन अपने माता-पिता की तरह मजबूत हो जाएगी और फिर जरा सोचिए 
कि वे इस पूरे प्यारे परिवार को कितनी ताकत देंगे।
मैं बस यही चाहती हूं कि मुझे कुछ महीनों के बाद फिर से इस जगह पर 
जाने का मौका मिले और इस पेड़ के बड़े से परिवार को देखने का मौका 
मिले (यदि ऐसा होता है, तो मैं इस ब्लॉग को बाद की तस्वीर के साथ 
अपडेट करना पसंद करुँगी।)
यहां मैंने उन नकारात्मक चीजों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित नहीं किया है, 
जो इस तस्वीर को क्लिक करते समय मेरे सामने आईं जैसे कि शाखाओं का 
काटना, चारों तरफ प्लास्टिक और कूड़ा-करकट, क्योंकि यह लेख 
सकारात्मकता के बारे में है। लेकिन एक और सकारात्मक बात जो इस तस्वीर 
से ली जा सकती है, वह यह है कि यह पेड़ किसी भी नुकसान की परवाह 
नहीं करता है। आप इस के साथ भले ही कुछ भी गलत करते रहें, 
वह तब भी खिलेगा।
यह इस तस्वीर पर मेरे विचार हैं। हो सकता है कि आपके पास इसका एक 
और दिलचस्प नजरिया हो। अपने अद्भुत मस्तिष्क का अन्वेषण करें और 
जरा सोचें कि इस चित्र में और क्या है।
एक निवेदन है जो मैं आप सभी से करना चाहती हूं- पेड़ों को खिलने 
दीजिये। वे जीवन का प्रतीक हैं। एक जीवन लगाइये और एक जीवन को बढ़ाइए।
इस पेड़ की तरह मज़बूती से खड़े हो जाइये, सभी नकारात्मकता को 
नज़रअंदाज़ करके जो आपको नीचे खींचने की कोशिश कर रही है। 
खिलते रहिये। विकर्षणों को आपका ध्यान भटकाने न दें। खुद को पहचानिये। 
आत्मज्ञान ही आपकी कुंजी है।

 

इन सकारात्मक विचारों के साथ मैं अगले लेख तक के लिए इज़ाज़त लेती हूँ।  

 

प्यार और प्रकाश 

गरिमा दीक्षित 

 


Related articles

आप कैसे हैं ? ‘ मैं ठीक हूँ ‘ सिर्फ एक रक्षात्मक पर्त है।

 

Also, visit The Motivational Talks for beautiful articles about famous personalities

 

To download quotes and thoughts of The Pendulum Of Life—

Do visit PINTEREST @GarimaDixit19

Follow my writings on Instagram daily @garimadixit19

error: Content is protected !!